एक सुनहरे भविष्य के लिए होटल उद्योग में रोजगार की असीम संभावनाएं

वर्तमान में देश व विदेश में बढ़ते पयर्टन उद्योग के कारण होटल व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है। होटल मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद कैरियर की असीम संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए आप होटल मैनेजमेंट में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 12वीं तथा अधिकतम आयु सीमा २४ वर्ष है। डिप्लोमा कोर्स मे आयु सीमा नहीं होती है।
होटल प्रबंधन पाठ्यक्रम के स्नातक व डिप्लोमा उतीर्ण छात्रों को कई उद्योगों में उत्कृष्ट कैरियर के अवसर प्राप्त होते हैं। महामारी के कारण होटल उद्योग ने संचालन में एक छोटा सा उतार देखा है लेकिन यह वापस फिर अपनी ऊँचाइयों को छूने को अग्रसर है और निकट भविष्य में होटल प्रबंधन स्नातकों को फिर उत्कृष्ट कैरियर के अवसर प्रदान करेगा और वे न केवल अच्छा वेतन अर्जित कर पाएंगें अपितु पूर्व की भांति फिर से भारत के साथ-साथ विदेशों में भी विकास के अच्छे अवसर प्राप्त कर सकते हैं ।
होटल मैनेजमेंट में कोर्स किसे करना चाहिए?
किसी भी विषय से 10+2 उतीर्ण छात्र चाहे वो PCM, PCB, Commerce या Arts क्षेत्र के हो वह होटल प्रबंधन पाठ्यक्रम में स्नातक व डिप्लोमा कर सकते हैं। यदि आप में कड़ी मेहनत करके अपने वक्तित्व कौशल में सुधार करने का दृढ़ संकल्प है और आप अपने आप को तैयार करने के लिए विभिन्न देशों और पृष्ठभूमि के लोगों के साथ संवाद कर सकते हैं तो यह क्षेत्र आपको उत्कृष्ट कैरियर प्रदान कर सकता है। होटल प्रबंधन में डिग्री या डिप्लोमा पाठ्यक्रम आपको विभिंन क्षेत्रों से आगे कदम बढ़ाने व अपने सपनों को पूरा करने के बेह्तर अवसर प्रदान करता है।
पढ़ाई का यह क्षेत्र कैसा है? क्या यह कठिन है?
होटल प्रबंधन के सभी पाठ्यक्रम व्यावहारिक होते हैं और इससे उन्हें सीखने में आसानी होती है। पाठ्यक्रम अनुभवी संकाय सदस्यों द्वारा सिखाए जाते हैं जो छात्रों को अपेक्षित दक्षता और कौशल प्रदान करते हैं। होटल प्रबंधन पाठ्यक्रमों में प्र विषयों प्रैक्टिकल के द्वारा कोर थ्योरी को समझना बहुत आसान बन जाता है। इन पाठ्यक्रमों में आप विभिन्न वर्षों में कोर विषयों को सीखते हैं साथ ही आपको प्रबंधन विषय भी सिखाए जाते हैं और पूरे पाठ्यक्रम में आपके सॉफ्ट स्किल्स पर जोर दिया जाता है। कोर्स की संरचना होटल प्रबंधन छात्र को बहुमुखी कैरियर विकल्प के लिए फिट बनाती है, एक प्रोफेशनल के रूप में छात्र अपने व्यक्तित्व में ग्राहक संबंध कौशल की दक्षता भी लाता है जिससे वह सर्विस सेक्टर के लिये भी योग्य बनता है।

क्या होटल मैनेजमेंट में कोई करियर है?
हां, वास्तव में, इस क्षेत्र में आप न केवल अपने आत्मविश्वास के स्तर को समृद्ध करते हैं अपितु अपने भीतर सही दृष्टिकोण का आत्मसात करते हैं, इस प्रकार न केवल आतिथ्य और खाद्य सेवा उद्योग के लिए एक नवोदित पेशेवर सही विकल्प होता है अपितु पूरे सेवा क्षेत्र के लिए वह एक बेहतर प्रोफेशनल बनता है। होटल प्रबंधन प्रोफेशनल को कई कौशलों से समृद्ध किया जाता है जिसमें कोर के साथ-साथ प्रबंधकीय और ग्राहक संबंध कौशल भी शामिल हैं। यह विशेषताएँ छात्रों को बहुमुखी बना उनके लिए विभिन्न कैरियर क्षेत्रों में उत्कृष्ट अवसर प्रदान करती हैं। होटल प्रबंधन पाठ्यक्रमों को पूरा करने के बाद छात्र होटल, रिसॉर्ट्स, रेस्तरां, क्यूएसआर, मल्टीप्लेक्स, हवाई अड्डे के लाउंज, रेलवे कैटरिंग, एयरलाइंस, क्रूज लाइनों, सशस्त्र बलों, सरकारी नौकरियां, रिटेल कंपनी, इवेंट प्रबंधन, और बहुमुखी सेवा क्षेत्रों में कैरियर का चयन कर सकते हैं।

होटल मैनेजमेंट पाठ्यक्रम के बाद सैलेरी कितनी मिलती है?
आजकल अधिकांश छात्रों का रुझान होटल मैनेजमेंट कोर्स की तरफ है। इस फील्ड में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की बहुत डिमांड है हर आथित्य प्रबंधन क्षेत्र के बिजनेस देशी और विदेशी टूरिस्ट्स को आकर्षित करने का भरसक प्रयास करते हैं, इस वजह से होटल मैनेजमेंट फील्ड में स्किल युक्त छात्रों की डिमांड हैं, इसलिए इस क्षेत्र में सैलरी पैकेज व प्रोत्साहन राशि बेहतरीन दी जाती है. होटल इंडस्ट्री के तहत कई करियर विकल्प मौजूद हैं
होटल मैनेजमेंट में प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स
इस कार्य क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन की जरूरत होती है और प्रत्येक स्पेशलाइजेशन के तहत मिलने वाली जॉब उस डोमेन के लिए विशिष्ट होती है। कुछजॉब प्रोफाइल्स इस प्रकार हैं- पाक कला पेशेवर (शेफ), फूड & बेवेरज सर्विस पेशेवर, हाउसकीपिंग पेशेवर, फ्रंट ऑफिस पेशेवर, ह्यूमन रिसोर्स, मार्केटिंग और ऑपरेशन जैसे कई वर्टिकल हैं, होटल इंडस्ट्री के अंतर्गत मिलने वाले मुख्य जॉब है-
- मैनेजर होटल ऑपरेशन
- शेफ
- फ्लोर सुपरवाइजर
- हाउस कीपिंग मैनेजर
- गेस्ट सर्विस सुपरवाइजर
- वेडिंग कोओर्डीनेटर
- रेस्टोरेंट एंड फूड सर्विस मैनेजर
- फूड एंड बेवेरज मैनेजर
- फ्रंट ऑफिस मैनेजर
- इवेंट मैनेजर
- किचेन मैनेजर
- आउट डोर कैटरिंग मैनेजर
- एयरपोर्ट लाउंज मैनेजर
- फास्टफूड ऑपरेशन मैनेजर
- कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर
- क्रूसलाइन प्रोफेशनल
- एअरलाइन केबिनक्रू प्रोफेशनल
- सैन्य बल
- रिटेल मैनेजर, आदि……
होटल मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की सैलरी
हर छात्र का किसी प्रोफेशनल विषय के चयन के समय मुख्य फोकस उस डिग्री या डिप्लोमा के उपरांत भविष्य में मिलने वाली सैलरी पर ही होता है। शुरुआती सैलरी की करियर ग्रोथ में एक विशेष भूमिका होती है, इसे निवेश उपरांत रिटर्न के अनुपात में भी देखा जाता है।
नीचे डिग्री, डिप्लोमा व ज्ञान और चयन प्रक्रिया के आधार पर होटल इंडस्ट्री में मिलने वाले शुरुआती सैलरी पैकेज का वर्णन किया है –
चयन स्तर | वार्षिक सैलरी (आईएनआर लाख में) |
मैनेजमेंट ट्रेनी | 5-8 |
ऑपरेशनल ट्रेनी | 3-5 |
एंट्री लेवल | 1.8- 2.4 |
नोट- हर लेवल पर प्रोत्साहन राशि इसके अलावा होती है |
होटल मैनेजमेंट कोर्सेज के प्रकार
होटल मैनेजमेंट में 4 वर्षीय डिग्री, 3 वर्षीय डिप्लोमा व एक वर्षीय अल्प अवधि के शॉर्ट टर्म डिप्लोमा कोर्स होते हैं, छात्र एडमिशन लेने से पहले संस्था स्तर पर उपलब्ध विभिन्न प्रकार के कोर्सेज की सम्पूर्ण जानकारी ले सकता है।

संस्थान चयन में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
छात्र-छात्राएं हमेशा बेहतर शैक्षणिक संस्थान का चयन करने का प्रयास करते हैं। कई बार अच्छा संस्थान चयन करने में चूक हो जाती है और ऐसे इंस्टीट्यूट में दाखिला मिल जाता है, जो कॉलेज य विभाग सरकार से मान्यता प्राप्त नहीं होता है। लिहाजा बाद में विद्यार्थियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यह वह समय है जब छात्र-छात्राओं को विषय, वर्ग के साथ बेहतर विवि या कॉलेज चुनना होता है, ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है और संबंधित इंस्टीट्यूट के बारे में पूरी जानकारी लेना आवश्यक हो जाता है व उसके विगत वर्षों के पास हुए छात्रों के करियर ग्रोथ का आंकलन भी अनिवार्य हो जाता है। इसके लिए विद्यार्थी अपने अभिभावक, शिक्षक या कॅरियर काउंसलर से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। छात्र अधिक जानकारी हेतु निम्न नंबर पर बात कर सकते है- 9927041565, 8171170007, 9837302005